खासा विवाद चल रहा इस कविता को लेकर। इसलिए इस चित्र पर एक नई कविता कहने की सूझी।

छह साल की काकुल आई,
संग टोकरी आम की लाई,
लेकर आम जहाँ भी जाति,
देख सभी को बड़ा लुभाती,
पूछे जो कोई दाम आम का,
उसको वह एक काम बताती,
जो भी काम वह पूरा करता,
उसे आम ईनाम में मिलता।