माफ कीजियेगा!
गलती हो गयी हमसे, या यूं कहें की बहुत सारी गलतियाँ हुई हैं अब तक।
परंतु आप तो दयालु हैं हमें पूरा यकीन है कि आप हमें क्षमा जरूर कर देंगे। नहीं आप हमारा अस्तित्व नहीं मिटाएंगे बस इस बार बक्श दीजिये। हम् एक एक करके सभी गलतियाँ कबूल लेते हैं आपके सामने। पहली गलती कि हमने लड़की के रूप में जन्म लिया। आपके कुटुम्ब की नाक काट दी पूरी, कितना जश्न मनता जो हम लड़का पैदा हो जाते। देखिए इस अपराध की तो हम घुटनों पर क्षमा मांगते हैं। ऐसे ऊंचे कुटुम्ब में जहां सदा ही पहली औलाद लड़का होना चाहिए उसे हमने पैदा होते ही कलंकित कर दिया, सच पूछिए आज तक पछतावा है हमें इस अपराध का। अब ये कम था कि हम ज्ञानवान भी हो गए। कितनी निकृष्ट बात है यह कि हममें अपनी उम्र के लड़कों से अधिक ज्ञान और संवेदनशीलता है। यह तो लगभग अक्षम्य अपराध है। किंतु पुनः क्षमा याचना। क्षमा याचना हमारे सांवले होने की भी, एक तो लड़की का कलंक और उस पर भी साँवली। कैसे सामना करें हम आपके समाज का।
देखिए हम इस बात के लिए भी क्षमा प्रार्थी हैं कि हमारे भीतर इच्छाएँ हैं कुछ बनने की, पढ़ने लिखने की, अच्छा जीवन जीने की। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि हम आपके रीति रिवाजों की तरह चल पाएं, बंध पाएं आपके बनाये खूँटे से, आपके द्वारा बांधी हुई घंटी को गले में लटकाए रहें, और जब भी आप कुछ कहें हम हाँ में ही घंटी को हिलाएं। देखिए कितनी मेहनत कर रहें हैं इस देश में हम आपको प्रसन्न रखने के लिए। लीजिये हम यह कसम भी उठा लेते हैं की कभी भी सूरज को डूबते नहीं देखेंगे। और सर कटा लेंगे यदि किसी ने हमें बिन पर्दे के देख लिया तो। सम्मान का तो हम नाम भी नही लेंगे आपके सामने। चलिये अब यह भी मान लेते हैं कि आपके और ईश्वर के बीच का एक मात्र रोड़ा भी हम ही हैं वरना आप जैसी महान कौम का तो कबका संपर्क हो जाता ईश्वर से। और एक बात, भगवान करे ये माँ, बहन, बेटी, पत्नी, दोस्त जैसी मजबूरी कभी आप पर न पड़े, वैसे भी ये शब्द रिश्तों से अधिक गालियों में शोभा देते हैं। देखिए बस इस बार क्षमा चाहते हैं अपने जन्म पर, हमें विश्वास है कि आप दयालु हैं।
Very nice
LikeLiked by 1 person
निरूत्तर हूँ…..
LikeLiked by 1 person
आभार।
LikeLike
शुभकामनाएं!
LikeLike