प्यार लिए मनुहार लिए,
गोरी का सृंगार लिये,
खिले पुष्प ,भंवरों ,बागियों और झूलों का त्यौहार वसंत,
आया वसंत, आया वसंत
बाली गेहूं ,जौ की डोले,
सोने जैसी सरसों बोले,
सज गए खेत खलियान सभी लेकर बहार छाया बसंत,
आया वसंत, आया वसंत
लेकर आया है दिव्य ज्ञान ,
पूजन ,अर्चन ,भक्ति -गान
रोम -रोम पुलकित करता माँ सरस्वती का ध्यान वसंत
आया वसंत, आया वसंत