हुए स्नान थाल सज चुके,
नयन सूर्य की बाट तक रहे,
स्वागत दिनकर आज तुम्हारा,स्वागत कर मन अति हर्षाया,
सूर्य उत्तरायण मैं आया
सुधरे दशा इस वर्ष ग्रहों की,
खुशहाल रहें, कटे विपदा सबकी,
हों दीर्घायू स्वस्थ सर्व जन धर मन आशा अर्घ्य चढ़ाया
सूर्य उत्तरायण मैं आया
संक्रांत की तैयारी पक्की,
कन्नी बंधी तैयार है चरखी,
गुड तिल महकी घर आँगन मैं, उडी पतंग संग मन उड़ आया,
सूर्य उत्तरायण मैं आया